
‘वंदे मातरम्’ पर विधानसभा में हुई चर्चा को यूपी मंत्री दानिश आज़ाद अंसारी ने सराह कर कहा : ऐतिहासिक दिन”
उत्तर प्रदेश के मंत्री दानिश आज़ाद अंसारी ने सोमवार को कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा में ‘वंदे मातरम्’ के 150 वर्ष पूरे होने के अवसर पर हुई चर्चा सदन के लिए एक ऐतिहासिक दिन है।
लखनऊ , 3 दिसंबर 2025 ! उत्तर प्रदेश के मंत्री दानिश आज़ाद अंसारी ने सोमवार को कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा में ‘वंदे मातरम्’ के 150 वर्ष पूरे होने के अवसर पर हुई चर्चा सदन के लिए एक ऐतिहासिक दिन है।
दानिश आज़ाद अंसारी ने कहा, “आज सदन के लिए एक ऐतिहासिक दिन है। वंदे मातरम् पर चर्चा हो रही है, जिसका हमारे देश के स्वतंत्रता संग्राम में अत्यंत महत्वपूर्ण इतिहास रहा है। आज उत्तर प्रदेश विधानसभा में इस पर एक बहुत सार्थक चर्चा हुई है। यह अपने आप में एक ऐतिहासिक दिन है।”
इससे पहले दिन में, उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि ‘वंदे मातरम्’ का उद्घोष करना ‘भारत माता की जय’ का नारा लगाने के समान है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश निरंतर आगे बढ़ रहा है और विश्वास व्यक्त किया कि आने वाले समय में हिंदू या मुस्लिम सभी समुदायों के लोग ‘वंदे मातरम्’का नारा लगाएँगे।
इससे पूर्व उत्तर प्रदेश के दूसरे उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने भी उत्तर प्रदेश विधानसभा में ‘वंदे मातरम्’ की 150वीं वर्षगाँठ के अवसर पर आयोजित विशेष चर्चा में भाग लिया। चर्चा में भाग लेते हुए पाठक ने समाजवादी पार्टी की कड़ी आलोचना की और उस पर तुष्टिकरण की राजनीति करने तथा राष्ट्रीय मूल्यों से दूरी बनाने का आरोप लगाया।
इस बीच, भारत के राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम्’ की 150वीं वर्षगांठ इस वर्ष 7 नवंबर को मनाई गई। बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय द्वारा रचित ‘वंदे मातरम्’ पहली बार 7 नवंबर, 1875 को साहित्यिक पत्रिका ‘बंगदर्शन’ में प्रकाशित हुआ था। बाद में बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय ने इस गीत को अपने अमर उपन्यास ‘आनंदमठ’ में शामिल किया, जो 1882 में प्रकाशित हुआ। इसे संगीतबद्ध रवींद्रनाथ टैगोर ने किया था।
आज ‘वंदे मातरम्’ राष्ट्र की सभ्यतागत, राजनीतिक और साँस्कृतिक चेतना का अभिन्न हिस्सा बन चुका है।
