भारी वर्षा व भूस्खलन के कारण वैष्णो देवी यात्रा निरस्त !

रियासी (जम्मू और कश्मीर) 27 अगस्त ! श्री माता वैष्णो देवी यात्रा को भूस्खलन और भारी बारिश के कारण रोक दिया गया है। जम्मू और कश्मीर पुलिस के अनुसार रियासी जिले में मंगलवार को वैष्णो देवी मंदिर के अर्धकुंवारी मंदिर के पास हुए भूस्खलन में मरने वालों की सँख्या  बुधवार को बढ़ कर 30 हो गयी है। यह भूस्खलन अर्धक्वारी गुफा मंदिर स्थित इंद्रप्रस्थ भोजनालय के पास हुआ, जो वैष्णो देवी मंदिर के मार्ग पर स्थित है। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (SMVDSB) ने एक्स (X) पर एक पोस्ट में कहा था—

“अर्धक्वारी स्थित इंद्रप्रस्थ भोजनालय के पास भूस्खलन की घटना हुई है, कुछ घायलों की आशंका है। बचाव कार्य जारी हैं और आवश्यक जनशक्ति व मशीनरी लगायी गयी है। जय माता दी।”

लगातार बारिश और भूस्खलन की वजह से इस क्षेत्र की रेल सेवाएँ भी प्रभावित हुईं। अधिकारियों के अनुसार, पठानकोट छावनी और कंदरौरी के बीच डाउन लाइन पर यातायात निलंबित होने के कारण 18 ट्रेनें रद्द करनी पड़ीं। यह निलंबन चक्की नदी में मिट्टी के कटाव और अचानक आयी बाढ़ की वजह से हुआ।

मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बुधवार को कहा कि जम्मू और कश्मीर अभी भी लगभग न के बराबर संचार व्यवस्था से जूझ रहा है, क्योंकि केंद्र शासित प्रदेश भारी बारिश से हुए नुकसान से उबरने की कोशिश कर रहा है।

मुख्यमंत्री ने एक्स (X) पर एक पोस्ट में कहा, “अभी भी लगभग न के बराबर संचार से जूझ रहे हैं। जियो मोबाइल पर थोड़ी-बहुत डाटा सेवा मिल रही है, लेकिन न तो फिक्स्ड लाइन वाई-फाई है, न ब्राउज़िंग, लगभग कोई ऐप्स नहीं चलते। एक्स (X) जैसे प्लेटफ़ॉर्म बेहद धीमी गति से खुलते हैं, व्हाट्सएप पर छोटे-छोटे टेक्स्ट मैसेज से आगे कुछ भी भेजना मुश्किल हो रहा है। 2014 और 2019 के बुरे दिनों के बाद से (हमने) इतना अलग-थलग महसूस नहीं किया था।”

उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे दुर्घटना में घायल लोगों को तुरंत सहायता प्रदान करें। उन्होंने कहा, “इस दुर्भाग्यपूर्ण भूस्खलन की जानकारी पाकर मैं गहराई से व्यथित हूँ। यह जानकर अत्यंत दुःख हुआ कि लगातार बारिश से हुए दुर्भाग्यपूर्ण भूस्खलन ने श्री माता वैष्णो देवी मंदिर में श्रद्धालुओं की जानें ले लीं।”

कई श्रद्धालुओं ने बताया कि भूस्खलन के बाद स्थिति बेहद अफरातफरी वाली हो गयी है।  कटरा में मौजूद श्रद्धालु सतीश कुमार ने बताया –”मैं बनारस से हूँ। भूस्खलन गर्भ-जून गुफा मंदिर (अर्धक्वारी) पर शुरू हुआ… स्थिति अराजक हो गयी … लोग ताराकोट मार्ग से नीचे आने लगे… एंबुलेंसें तेजी से आ-जा रही थीं… यात्रा रोक दी गयी है। लौटने वाले श्रद्धालु ताराकोट मार्ग से वापस आ रहे हैं।”

एक अन्य श्रद्धालु सनी गिरी ने कहा, “मैं अमृतसर से हूँ। मुझे नहीं पता कि मेरे साथ जो लोग थे, वे अब कहाँ हैं ! मैं कल से ही उनकी तलाश कर रहा हूँ। “मेरे साथ पाँच लोग थे लेकिन मैं उनमें से किसी को ढूँढ़ नहीं पा रहा हूँ  और न ही संपर्क कर पा रहा हूँ। मुझे लगता है कि वे घायल हो सकते हैं… मुझे यहाँ किसी अस्पताल के बारे में कुछ भी पता नहीं है क्योंकि मैं यहाँ का रहने वाला नहीं हूँ !”

कई श्रद्धालु वैष्णो देवी मंदिर, कटरा (जम्मू-कश्मीर) में भूस्खलन के कारण ट्रेनें रद्द होने के बाद फँस गये।

एक चैनल से बात करते हुए, बिहार की श्रद्धालु राजकुमारी देवी ने कहा, “मैं मोतिहारी, बिहार से हूँ। हम लोग परसों यहाँ आये थे। हमने ‘दर्शन’ कर लिया। अब हम घर जाना चाहते हैं, लेकिन ट्रेनें रद्द हो जाने के कारण जा नहीं पा रहे हैं। एक बड़ा हादसा हो गया है। हम डरे हुए हैं और घर जाना चाहते हैं।”

एक अन्य श्रद्धालु ने कहा, “मैं चंपारण, बिहार से हूँ… ट्रेनें बंद हो गयी हैं। हमें बिहार पहुँचने में दिक्कत हो रही है। हमें यह भी सुनने को मिला कि हमारे ‘दर्शन’ करने और लौटने के बाद कोई बड़ा हादसा हो गया… हम बारिश के कारण यहाँ फँस गये हैं… हमारे पास टिकट थे, लेकिन ट्रेनें बंद हो गयी हैं।“

समाचार लिखे जाने तक वैष्णो देवी मंदिर मार्ग हादसे में मृतकों की सँख्या बढ़ कर 34 हो गयी है।

 

 

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