सूरत: सूरत महानगरपालिका के वराछा जोन में हुए रिश्वत कांड में वराछा जोन के कार्यकारी अभियंता कमलेश वसावा की अहम भूमिका सामने आई थी। जिसके साथ ही वह भूमिगत हो गए और करीब डेढ़ माह बाद ड्यूटी पर उपस्थित हुए। वार्ड क्रमांक 15 के पार्षद ड्यूटी के दौरान उनसे मिलने गये थे और वे अब तक उपस्थित क्यों नहीं हुए? इस बारे में पूछने पर उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
वराछा जोन के कार्यकारी अभियंता कमलेश वसावा ने पार्षद के साथ जिस तरह का व्यवहार किया, वह वायरल हो गया है। वराछा जोन रिश्वत कांड में उनकी भूमिका संदेह के घेरे में आ गई। उनके भूमिगत हो जाने से वराछा जोन के कामकाज पर बड़ा असर पड़ा। इसलिए स्थानीय लोगों में काफी नाराजगी थी। मनपा आयुक्त द्वारा कार्यकारी अभियंता को वराछा जोन के कार्यकारी अभियंता के पद से हटाकर तत्काल प्रभाव से ट्रैफिक बीआरटीएस सेल में स्थानांतरित कर दिया गया है। इसके अलावा टेक्सटाइल स्पेस गैलरी डेवलपमेंट कार्य और साइंस सेन्टर सिविल रखरखाव विभाग को हस्तांतरित कर दिया गया है। चर्चा है कि सजा के तहत यह तबादला किया गया है। करण कुमार पांचाल को वराछा जोन का कार्यकारी अभियंता नियुक्त किया गया है।