“धर्म के नाम पर हिंसा कभी स्वीकार नहीं होगी” – श्रीमती गीता श्रॉफ

22 अप्रैल 2025 को हुए पहलगाम आतंकी हमले में शहीद हुए 26 निर्दोष हिंदू पर्यटकों की तेरहवीं (तेर्वी) के अवसर पर अपमृत्यु निवारण सहाय (अ.नि.स.) संगठन द्वारा शास्त्रोक्त वैदिक विधि से श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस आयोजन में श्री शांडिल्य ऋषि वेद संस्कृत महाविद्यालय बद्रीनारायण मंदिर , के आचार्य अशोक जोशी एवं १८ बटुक और जनमंगल कल्याण सेवा चैरिटेबल ट्रस्ट से अवधेश जी ने सहयोग दिया।

सभा की शुरुआत सदगत आत्माओं की शांति के लिए वैदिक मंत्रोच्चार से हुई। तापी माता की आरती के माध्यम से सभी दिवंगत आत्माओं को श्रद्धा दीप अर्पित किए गए। उपस्थित श्रद्धालुओं ने मौन रखकर सामूहिक शोक संवेदना प्रकट की।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए अ.नि.स. की चेयरपर्सन श्रीमती गीता श्रॉफ जी ने कहा:

“तेरह दिन बीत गए, लेकिन उन 26 मासूमों की पीड़ा आज भी हमारे दिलों में ताज़ा है। वे केवल इसलिए मारे गए क्योंकि वे हिंदू थे — यह अमानवीय है। धर्म के नाम पर हिंसा कभी स्वीकार नहीं होगी। आज की यह तेरहवीं केवल रस्म नहीं, बल्कि संकल्प है कि हम अन्याय के विरुद्ध उठ खड़े होंगे और हर बलिदान को न्याय दिलाएंगे।”

अ.नि.स. युवा आभा गोयाणी, नियती वीज, राजन सिंह, रीकीन व्यास को संस्था के सिनियर्स कमलेश जोशी, अजय सिंह ने सहकार दिया ।

यह आयोजन श्रद्धा, एकता और सामाजिक जागरूकता का जीवंत उदाहरण बना — एक मौन संकल्प
“आतंक के विरुद्ध हमारी आस्था, हमारी एकता और हमारी आवाज़ कभी नहीं थमेगी।”

Mrs. Geeta ShroffPahalgam terror attack