
आज का दिन 1947 के विभाजन-विभीषिका का दर्दनाक अध्याय
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज, गुरुवार को उन लोगों को श्रद्धांजलि दी जिन्होंने 1947 में भारत के विभाजन के बाद “भयावह परिणाम” सहे। भारत जब विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मना रहा है, राजनाथ सिंह ने उस समय के घृणा और हिंसा को याद करते हुए विभाजन को “दर्दनाक अध्याय” कहा।
नयी दिल्ली,14 अगस्त ! रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज, गुरुवार को उन लोगों को श्रद्धांजलि दी जिन्होंने 1947 में भारत के विभाजन के बाद “भयावह परिणाम” सहे। भारत जब विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मना रहा है, राजनाथ सिंह ने उस समय के घृणा और हिंसा को याद करते हुए विभाजन को “दर्दनाक अध्याय” कहा।
एक्स ‘X पर साझा की गयी अपनी एक पोस्ट में केंद्रीय मंत्री ने लिखा – “विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर, 1947 के उस दर्दनाक अध्याय को याद करते हुए, मैं उन सभी भाई-बहनों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ जिन्हें भारत के विभाजन के बाद घृणा और हिंसा के भयावह परिणाम सहने पड़े और जिन्होंने जीवन एवं संपत्ति की हानि देखी।”
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सरकार देश में सामाजिक सद्भाव को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने लिखा, “आज भी हर भारतीय उन प्रभावित परिवारों के प्रति संवेदना रखता है। हम देश में सामाजिक सद्भाव को और मजबूत करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।”
आज इससे पहले, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी 1947 के विभाजन से प्रभावित लाखों लोगों को श्रद्धांजलि दी और उस दौरान हुए दर्द, हिंसा और विस्थापन को याद किया।
विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर, शाह ने देश के बँटवारे की निंदा की और इस दुखद काल में अपनी जान गँवाने वालों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त की। एक पोस्ट में शाह ने लिखा – “विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस वह दिन है जब हम देश के विभाजन और उसकी त्रासदी से पीड़ित लोगों के दुख को याद कर संवेदनाएँ व्यक्त करते हैं। इस दिन कांग्रेस पार्टी ने देश को टुकड़ों में बाँट दिया, जिससे भारत माता का गौरव आहत हुआ। विभाजन के कारण हिंसा, शोषण और अत्याचार हुए और लाखों लोग विस्थापन का शिकार बने।
शाह आगे कहते हैं – “मैं उन सभी लोगों को अपनी हार्दिक श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ। देश कभी भी विभाजन के इतिहास और उसके दर्द को नहीं भूलेगा। मैं उन सभी को श्रद्धांजलि देता हूँ जिन्होंने इस विभाजन के भयावह दौर में अपनी जान गँवायी।”
14 अगस्त को भारत ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ मनाता है, ताकि 1947 के देश के विभाजन के दौरान जान गँवाने वाले और विस्थापित हुए लोगों को श्रद्धांजलि दी जा सके।