इच्छापूर्ति गणपति के तौर पर विख्यात अलथान के मन्नत के राजा के लिए इस बार जयपुर के शीशमहल की थीम पर बनाया गया पंडाल
– साईराम युवक मंडल द्वारा लगातार 25वें वर्ष मनाया जा रहा है गणेश उत्सव
– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई नेता ले चुके हैं मन्नत के राजा के दर्शन का लाभ
– दस दिन तक सामाजिक और सांकृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला
सूरत। सूरत शहर ही नहीं समूचे गुजरात में इच्छापूर्ति गणपति बप्पा के तौर पर विख्यात अल्थान के गणपति मन्नत के राजा के लिए इस बार खास जयपुर के शीशमहल की थीम पर आकर्षक और सुंदर पंडाल तैयार किया गया है, जो भक्तों के बीच आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
अलाथान स्थित साई राम युवक मंडल द्वारा लगातार 25वें वर्ष अलथान सब्जी मंडी के पास अलथान कम्युनिटी हॉल में गणेश उत्सव मनाया जा रहा है। मंडल के कमल मेवावाला ने बताया कि मंडल हर साल विभिन्न थीम पर पंडाल बनाता है। इस बार जयपुर के शीशमहल थीम पर 60 ×120 फुट का विशाल पंडाल बनाया गया है। यहां विराजमान गणपति बप्पा भक्तों के लिए एक आस्था स्थान है। गणपति बप्पा की प्रतिमा के कान में कहने से भक्तों की मनोकामना पूरी होती है ऐसी आस्था अलथान के मन्नत के राजा गणपति से जुड़ी हुई है। गणेश उत्सव के दसों दिन यहां भक्तों का सैलाब उमड़ता है। इस बार पहले दिन से ही बड़ी संख्या में गणपति बप्पा के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं और अपनी इच्छापूर्ति की कामना कर रहे हैं। मंडल की ओर से भी इस धार्मिक उत्सव को विधिविधान के साथ मनाया जा रहा है साथ ही सामाजिक और सांकृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जा रहा है। दस दिनों के दौरान रक्तदान शिविर, नोटबुक वितरण, वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने जैसे कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं। साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रम, भजन संध्या, महा आरती और कोमी एकता आरती जैसे विशेष आयोजन भी हो रहे हैं। रोजना रात साढ़े आठ बजे ऑर्केस्ट्रा पर भगवान गणेशजी आरती की जाती है। साथ ही मीठे फल प्रसाद के तौर पर दिए जाते हैं। दस दिनों तक भक्ति भाव से आराधना के बाद अनंत चतुर्दशी पर 17 सितंबर को सुबह दस बजे अलथान से हजीरा तक भव्य विसर्जन यात्रा निकाली जाएगी।
कमल मेवावाला ने बताया कि अलथान के मन्नत के राजा के दर्शन के लिए हर साल आम भक्तों के साथ राज्य के मुख्यमंत्री समेत राजनीति से जुड़े कई नेता आते हैं। वर्ष 2010 और 2011 में तत्कालीन मुख्यमंत्री और मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उसके बाद वर्ष 2014 में तत्कालीन मुख्यमंत्री आनंदी बेन पटेल, वर्ष 2016 में तत्कालीन मुख्यमंत्री विजय रूपानी, वर्ष 2021 में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल सहित मंत्री प्रदीप सिंह जडेजा, आरसी फलदु, पुरुषोत्तम रूपाला भी मन्नत के राजा के दर्शन के लिए पधार चुके हैं।