सूरत. शरद पूर्णिमा के पावन अवसर पर वेसू स्थित विजयलक्ष्मी हॉल में पारंपरिक रास-गरबा का भव्य आयोजन किया गया। पूरा हॉल शरद पूर्णिमा की थीम पर सजाया गया था, जिससे वहां पहुंचने वाले हर व्यक्ति को चांदनी रात का अद्भुत अनुभव हुआ।
इस रास-गरबा आयोजन के बारे में ऑन ट्रैक एजुकेशन की ममता जानी ने बताया कि शाम की शुरुआत से ही ढोल और शहनाई की मधुर धुनों ने वातावरण को रसपूर्ण बना दिया था। दो से ढाई हजार लोगों ने पारंपरिक परिधानों में सज-धज पुराने लोकप्रिय गरबा गीतों पर ताल मिलाई और रास की रमझट में झूम उठे।
गरबा-रास के दौरान महिलाओं और युवतियों की पारंपरिक वेशभूषा और उनके मनमोहक नृत्य ने सभी का ध्यान खींच लिया। कार्यक्रम के अंत में आयोजकों ने सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दीं और भारतीय संस्कृति की इस परंपरा को जीवंत बनाए रखने का आह्वान किया।