आईडीटी द्वारा 9 जुलाई को सूरत के गारमेंट्स और कपड़ा उद्योग को बढ़ावा देने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का असर विषय पर कॉन्क्लेव और फैशन शो फेशेनोवा – 2023 का आयोजन

एसजीसीसीआई के सहयोग से एआई के साथ गारमेंट्स उद्योग में क्रांति लाने की दिशा में आईडीटी का कदम
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से डिज़ाइन का समय 95% कम हो गया, डिज़ाइन से डिलीवरी का समय भी 30 दिन घटा
आइडीटी के फैशन शो “फेशेनोवा – 2023” में 5 राज्यों से डिजाइनर अपना कलेक्शन भी शोकेस करेंगे।
सूरत. इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन एंड टेक्नोलॉजी (आईडीटी)  9 जुलाई को अपना वार्षिक फैशन शो- फैशनोवा 2023 का आयोजन किया है, लेकिन पहली बार सूरत के गारमेंट्स और कपड़ा उद्योग को बढ़ावा देने लिए एक कॉन्क्लेव को भी जोड़ा गया है। इस कॉन्क्लेव का विषय सूरत के गारमेंट्स और कपड़ा उद्योग को बढ़ावा देने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का किस तरह असर होगा यह रखा गया है। कॉन्क्लेव का आयोजन साउथ गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (एसजीसीसीआई) द्वारा समर्थित है। यह कार्यक्रम सरसाणा में आयोजित किया गया है। कॉन्क्लेव के साथ ही आईडीटी की ओर से फैशन शो फेशेनोवा – 2023 भी आयोजित होगा।
इस बारे में जानकारी देते हुए आईडीटी के डायरेक्टर अंकिता गोयल ने कहा कि आईडीटी सूरत के फैशन और कपड़ा उद्योग को बढ़ावा देने में अग्रणी रहा है। इसके आयोजनों में फैशन और प्रौद्योगिकी एकीकरण जैसी पहल सबसे आगे रही है। इस वर्ष फ़ैशनोवा-2023 कपड़ा उद्योग के भविष्य को प्रदर्शित करेगा। साथ ही इस बात पर भी जोर दिया गया है कि सूरत के गारमेंट्स और कपड़ा उद्योग में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल कर नए डिजाइन पर कैसे काम किया जा सकता है और साथ ही कितनी तेजी से काम किया जा सकता है। कार्यक्रम के आयोजन को उद्योग जगत के अग्रणी – IDFL,लक्ष्मीपति समूह, एलायंस फाइबर्स लिमिटेड, नित्रम
 ज्वेल्स और सर्जन इंटरनेशनल का सहयोग मिला है।
फैशन उद्योग में एआई के उद्देश्य और समझ को आगे बढ़ाने के लिए आईडीटी ने एक प्रौद्योगिकी कंपनी जैपेरो के साथ सहयोग किया है, जो परिधान उद्योग में डिजाइन समस्याओं के समाधान प्रदान करने के लिए जेनरेटिव AI का उपयोग करती है। जेपेरो AI के सीईओ और सह- संस्थापक कृष्णा चैतन्य ने इस बारे में जानकारी दी और कहा कि जेनरेटिव AI एक रचनात्मक सॉफ्टवेयर है, जो डिजाइनरों को डिजाइन समय और लागत को लगभग 95% कम करके दिलचस्प और प्रासंगिक डिजाइन बनाने में सक्षम बनाता है। ज़ेपेरो AI “डिज़ाइन टू डिलीवरी” समय को 150 दिनों के बजाय 30 दिनों तक कम करने के लिए एक मॉडल भी लॉन्च कर रहा है। इसके बाद आईडीटी के छात्रों ने AI के माध्यम से प्रिंट अवधारणाओं और डिजाइन विकसित करने के लिए जैपेरो टीम से विशेष प्रशिक्षण प्राप्त किया और इन डिजाइनों को फैशन शो में प्रदर्शित किया जाएगा।सीएमएआई के गुजरात क्षेत्र के अध्यक्ष डॉ. अजॉय भट्टाचार्य ने कहा, “समय के साथ बदलाव करना बहुत महत्वपूर्ण है और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस  गारमेंट्स और कपड़ा उद्योग का भविष्य है। इस उद्योग के लिए आगे का रास्ता सुगम बनाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को समझना और उसके साथ काम करना महत्वपूर्ण है।
श्री अशोक गोयल ने कहा कि आईडीटी की स्थापना के बाद से, उन्होंने आईडीटी के माध्यम से सूरत को कपड़ा और गारमेंट्स दोनों का केंद्र बनाने का सपना देखा था। अब आईडीटी के लिए विभिन्न व्यावसायिक संस्थाओं के साथ सहयोग या एकीकरण के माध्यम से सपने को साकार करने का समय आ गया है। उन्होंने आगे कहा गया है कि कॉन्क्लेव में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर चर्चा होगी, जो यह प्रदर्शित करेगी कि एआई और फैशन के मिलने पर क्या और कैसे संभावनाएं पैदा होती हैं और विशेषज्ञ और विचारक फैशन में एआई की परिवर्तनकारी क्षमता का पता लगाएंगे।
शाम 4 बजे से 6 बजे तक कॉन्क्लेव के आयोजन के बाद फैशन शो फैशनोवा-2023 का आयोजन किया जाएगा, जो पहले से कहीं ज्यादा बड़ा और भव्य फैशन शो होगा। इस बार भारतीय शादियों की थीम पर कलेक्शन पेश किया जाएगा, जो भारत में फैशन के सबसे ग्लैमरस क्षेत्रों में से एक है। इस बार केंद्रीय कपड़ा और रेल राज्य मंत्री श्रीमती दर्शना जरदोश के सुझावों को ध्यान में रखते हुए शिल्प को बढ़ावा देने के साथ- साथ फशेनोवा में ज़री के उपयोग को सफलतापूर्वक पुनर्जीवित किया गया है। उपस्थित लोगों को कपड़ों के अवशेषों के उपयोग के माध्यम से विभिन्न सहायक उपकरणों के विकास को देखने का भी अवसर मिलेगा। इस शो में गुजरात के डिजाइनरों और छात्रों के साथ- साथ बिहार, केरल, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के 150 से अधिक छात्र भाग ले रहे हैं। इन छात्रों द्वारा डिज़ाइन किए गए परिधान पहनकर 16 शीर्ष मॉडल रैंप पर चलेंगी। इस शो के मेंटर डिजाइनर नरेंद्र कुमार है और शो की कोरियोग्राफी केयूर देसाई ने की है।
भवदीय 
अनुपम गोयल 
डायरेक्टर IDT 
7600875873